तटबंध तोड़कर बाढ़ -जिहाद को अंजाम देने में असम के चार मुसलमान गिरफ्तार
असम में नदी के तटबंध तोड़ लाखों लोगों की जिंदगी खतरे में डालने और अपने इस जेहादी कुकर्म का वीडियो बनानेवाले ‘बाढ़ -जिहादी ‘ मिठु हुसैन, नासिर हुसैन लस्कर ,रिपन और काबुल खान को सिल्चर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके ‘बाढ़ जेहाद’ में अबतक १६२ लोग मारे जा चुके हैं जबकि सैंकड़ों लापता है और हज़ारों को चोटिल कर दिया और १४ लाख की आबादी को खतरे के मुहाने पर खड़ा कर दिया है।कछार की पुलिस अधीक्षक रमनदीप कौर ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिश्वसरमा ने इसे मानव निर्मित आपदा करार दिया और उपद्रवियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है । उच्चाधिकारियों ने बताया कि “बेथुकांडी”की घटना प्रशासन के लिए एक बड़ा सबक है। भविष्य में जब बाढ़ आती है, तो हमें तटबंध पर पुलिसकर्मियों को तैनात करना पडेगा ताकि कोई भी बांध को तोड़ न सके।आज बांध टूटा है कल डैम तोडेंगे ओर परसो देश को तोडेंगे यही एकमात्र अजेंडा मुसलमानोका उजागर हो रहा है इसिलिये NRC की अत्यंत आवश्यकता है।
असम इन दिनों बाढ़ की त्रासदी से जूझ रहा है। लगभग 14 लाख लोग इसकी वजह से प्रभावित हुए हैं. 162 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच असम के कछार जिले में बराक नदी का तटबंध तोड़ने की साजिश में 4 लोगों काबुल खान और मिठू हुसैन लस्कर , नासिर हुसैन लस्कर और रिपन को सिलचर में विनाशकारी बाढ़ के कारण बराक नदी के तटबंध को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इन जेहादियों द्वारा तटबंध तोड़े जाने से सिलचर शहर में बाढ़ आ गई थी।
तटबंध टूटने का वीडियो कथित तौर पर काबुल खान ने फिल्माया था। मुख्यमंत्री ने जब कछार जिले में तटबंध का दौरा किया तो स्थानीय निवासियों को ये वीडियो दिखाया था और लोगों से वीडियो में आ रही आवाज की पहचान की अपील की थी। इसके बाद खान की पहचान हुई. पता चला है कि तटबंध टूटने के पीछे मुख्य रूप से छह लोग जिम्मेदार थे।