अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने की घटना में अब तक 16 लोगों की मौत हो चुकी है. इस घटना में 40 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं. इस बीच सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। सेना लोगों को एयरलिफ्ट कर रही है। माउंटेन रेस्क्यू टीम लापता लोगों की तलाश में जुट हुई है, फिलहाल हालात खराब होने के बाद अमरनाथ यात्रा को रोक दिया गया है।
भारी बारिश की चेतावनी के बीच अमरनाथ गुफा के पास बादल फटने से 15 श्रद्धालुओं की मौत हो गई है, जबकि करीब 50 लोग लापता हो गए हैं। बादल फटने के बाद पहाड़ से आया सैलाब श्रद्धालुओं के लिए लगाए गए 3 लंगरों समेत करीब 40 टेंट बहा ले गया। सैलाब गुफा के सामने श्रद्धालुओं के लिए बनाए गए टेंटों के बीचों-बीच निकला। सेना, एनडीआरएफ व एसडीआरएफ समेत आपदा प्रबंधन से जुड़ीं कई टीमें राहत एवं बचाव कार्य में जुटी हैं।
Rescue operation has been intensified, around 30-40 people are still missing. The weather is clear near #Amarnath cave. The injured people have been brought to base using helicopters. Yatra is still on hold & we're advising people not to move ahead: Vivek Kumar Pandey, PRO, ITBP pic.twitter.com/pUrCyFZHlr
— ANI (@ANI) July 9, 2022
बाढ़ की चपेट में आए शिविर के टेंटों से निकालकर लोगों को फौरन पहाड़ की ढलान तक सुरक्षित पहुंचाया गया। कई लोगों को बचाया गया है। घायलों को एयरलिफ्ट किया जा रहा है। हादसे के समय गुफा के पास करीब पांच हजार लोग मौजूद थे। यात्रा को फिलहाल रोक दिया गया है। हालात को देखते हुए रेस्क्यू दल रात को बर्फीले पानी और अत्यधिक ठंड के बावजूद राहत एवं बचाव कार्य जारी रखेंगे।
भारतीय वायु सेना ने अमरनाथ में बचाव और राहत कार्यों के लिए हेलीकॉप्टर को सेवा में लगाया है. Mi-17V5 हेलीकॉप्टरों ने पंचतरणी में NDRF और नागरिक प्रशासन कर्मियों के साथ मिलकर 21 बचे लोगों को बचाया है। भारतीय वायु सेना ने बताया कि हेलीकॉप्टर छह शवों को भी वापस ले आए हैं. IAF Mi-17V5 और चेतक हेलीकॉप्टरों आगे का बचाव अभियान चलाया जा रहा है. जम्मू, कश्मीर और लद्दाख क्षेत्रों में सभी प्रमुख हवाई अड्डों पर विमान स्टैंडबाय पर हैं।
#WATCH | Baltal: People who were safely evacuated from #Amarnath cave to Panjtarni, Sangam base, appreciated the efforts of Indian Army pic.twitter.com/KpxmXCXzRX
— ANI (@ANI) July 9, 2022