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ताहिर खान का ‘अमित ‘के रूप में अग्निवीर बनाने का प्रयास देश के विरुद्ध बड़े षड्यंत्र का हिस्सा हो सकता है

भारत सरकार ने अग्निवीर योजना के तहत सैन्यबल के रूप में चार वर्षों तक सेवा देने और उसके बाद प्रदर्शन के आधार पर सैनिक के रूप में अग्निवीर की सेवाओं को आगे जारी रखने की घोषणा की थी और उसमें सभी भारतीयों के लिए अवसर थे और हैं। ऐसे में किसी मुस्लिम युवक ताहिर का फर्जीवाड़ा करके हिन्दू नाम ‘अमित’ से अग्निवीर बनाने का प्रयास करना बहुत बड़े षड्यंत्र का हिस्सा लगता है

अग्निवीर योजना के तहत चुने हुए अभ्यर्थी को ६ महीने तक शारीरिक सौष्ठव ,विपरीत परिस्थितियों में भी संतुलित रहने की मानसिक तैयारी ,हथियार चलाने का प्रशिक्षण, भोजन बनाने और परोसने – प्राथमिक चिकित्सा देने ,नेविगेशन के तहत मानचित्र पढ़ने तथा उसके उपयोग की शिक्षा , संचार तंत्र के संचालन आदि का प्रशिक्षण देने के बाद उनको सेना में गार्ड -ड्राइवर से लेकर रायफलमैन के रूप में नियुक्त किया जा सकता है। उनके जिम्मे हथियारों का भण्डार से लेकर सैनिकों के भोजन -चिकित्सा की व्यवस्था भी दी जाती है। एक तरह से वे सेना के महत्वपूर्ण सहायक की भूमिका में होंगे। ऐसे में असली पहचान छिपाकर हिन्दू नाम ‘अमित’ से अग्निवीर बनाने की चेष्टा एक गंभीर प्रश्न बनकर देश के सामने आया है।इससे यह संदेह होता है कि अभ्यर्थी का उद्देश्य ‘हिन्दू आतंकवाद’ के एजेंडे को बढ़ाने का हो सकता है। वह निश्चय ही देशसेवा नहीं अपितु किसी तरह का धोखा देकर ‘हिन्दू अग्निवीर सैनिक’ को कलंकित करने की योजना का हिस्सा वह हो सकता है।

ताहिर खान से कठोरतापूर्वक पूछताछ की जानी चाहिए क्योंकि देश में रह रहे मुसलमानों की गंदी मानसिकता का प्रमाण भी इससे मिलता है। जैसा कि ताहिर की गिरफ्तारी के बाद सीओ तिलकराज वर्मा ने बताया कि ताहिर के खिलाफ केस दर्ज कर जेल भेजा गया है। उन्होंने बताया कि ये काम युवक ने अकेले नहीं किया होगा। उसके पीछे बड़ा गिरोह हो सकता है। पुलिस इस गैंग का खुलासा जरूर करेगी। वहीं, हलद्वानी के एसडीएम ने बताया कि रेलवे बाजार के पते पर ताहिर ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए अपने सर्टिफिकेट तैयार कराए।

सेना में भी अपने स्टोर्स होते है जैसे व्हीकल स्टोर, स्टेशनरी कंप्यूटर, मशीनरी और बाकी अलग अलग स्टोर से होते हैं उन्हें स्टोर्स के सामान का रखरखाव उनकी रिपेरिंग और कितना सामान वहाँ से गया और कितना सामान आया है उसी स्टोर के सभी सामान का रिकॉर्ड रखना उन्हें स्टोर करने के काम अग्निवीर स्टोरकीपर का होता है।अग्निवीर ट्रेड्समैन में दो तरह के कैंडिडेट आते है पहले वो कैंडिडेट जो 10th पास है और दुसरे जो कैंडिडेट 8th पास होते हैं अगर 10th पास करने के बाद कैंडिडेट कुक, टेलर, बार्बर, पेंटर, कारपेंटर, धोबी के पद पर नियुक्त किया जाता है और 8th पास करने के बाद कैंडिडेट हाउसकीपर और मेसकीपर का पद दिया जाता है। आर्मी सेंटर्स में जहाँ पर आर्मी के जवान रहते हैं वहां पर सभी तरह की साफ़-सफाई का काम इन्हें करना होता है। मेस में आर्मी जवानों को खाना सर्व करना, सभी के जाने के बाद मेस की साफ़-सफाई करना आदि जैसे सभी काम इन्हें करना होता हैं.

अग्निवीर जनरल ड्यूटी : जनरल ड्यूटी का मतलब आर्मी में किसी भी तरह का काम दिया जा सकता है इन्हें सीमा पर भी तैनात किया जा सकता है गार्ड की ड्यूटी भी दी जा सकती है ड्राइवर भी बनाया जा सकता है राइफलमैन नर्स का काम भी दिया जा सकता है और सेना तक खाने पीने का सामान और औजार पहुंचाने का काम हो या ऑफिस का काम हो इन्हें किसी भी तरह का काम दिया जा सकता है।

अग्निवीर टेक्निकल : हमारी सेना के पास बहुत सारे अलग-अलग तरह के हथियार होते हैं और साथ ही सेना की टुकड़ियों को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाने के लिए सेना बहुत से वेहिकल्स ओर वाहनों का भी इस्तेमाल किया करते हैं तो वाहनों में कोई खराबी हो जाने पर उन्हें ठीक करना, उनकी रिपेयरिंग करने का काम टेक्निकल का होता है इसके अलावा सेना में वॉकी-टॉकी कंप्यूटर और भी ऐसे बहुत से इक्विपमेंट होते हैं जिनका यूज़ किया जाता हैं तो उन इक्विपमेंट्स की समय-समय पर रिपेयरिंग, कुछ कमी हो जाने पर उन्हें ठीक करना आदि इस तरह के कार्य अग्निवीर टेक्निकल के होते हैं इन कामों में ड्यूटी लगाने से पहले कैंडिडेट को अच्छे से इसकी ट्रेनिंग दी जाती है.

अग्निवीर क्लर्क : अग्निवीर क्लर्क का काम पूरा ऑफिस वर्क होता है 6 महीने की ट्रेनिंग पूरी होने के बाद इन्हें सेना के किसी ऑफिस में ज्वाइनिंग जाती है जहाँ पर इन्हें सेना के डेली रूटीन के कार्यों का रिकॉर्ड रखना होता है उन्हें मैनेज करना होता है जैसे- डेली खाने पीने में कितना राशन लगा, कितनी लागत आई, सेना को किसी सामान की जरूरत है उसे मंगाना उसमें कितना खर्च आया है कि खपत हुई है और कितना सामान आया है उसी स्टोर के सभी सामान का रिकॉर्ड रखना उन्हें मैनेज करने आदि इस तरह के सामान का रिकॉर्ड रखना उन्हें मैनेज करना और कंप्यूटर में स्टोर से करने का काम अग्निवीर क्लर्क को करना होता है।

इतने संवेदनशील विषय जब कोई एजेंडा लेकर अग्निवीर बनानेवाला ताहिर खान संभालेगा तो देश को कितनी क्षति वह पहुँचा सकता है , इसकी कल्पना की जा सकती है।

https://www.aajtak.in/india/uttarakhand/story/fake-documents-in-the-agniveer-recruitment-held-in-ranikhet-lcl-1524529-2022-08-24 तथा https://www.google.com/search?q=%E0%A4%89%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%82%E0%A4%A1+%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82+%E0%A4%AB%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A5%80+%E0%A4%85%E0%A4%97%E0%A5%8D%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A5%80%E0%A4%B0&sxsrf=ALiCzsboO92o05KpHgN1F6mW0HT8Mx7_qA:1661414149662&ei=BSsHY-6DKLaTseMPp5yI0Ac&start=10&sa=N

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