अधिकांश भारतीयों को लगता है ऋषि सुनक होंगे इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री
विश्व संवाद केंद्र का सर्वेक्षण जारी
ऋषि सुनक इंग्लैंड के प्रधानमंत्री बनेंगे ऐसी आशा ४७.४ % भारतीयों को है जबकि २२.८ % को लगता है कि वे प्रधानमंत्री नहीं बन सकेंगे। २१.१ % भारतीयों ने इस विषय में कुछ कहने में असमर्थता व्यक्त की जबकि ८.७ % भारतीय तटस्थ रहे। पिछले सप्ताह विश्व संवाद केंद्र कोकण ने ऋषि सुनक के इंग्लैण्ड के प्रधानमंत्री बनने की संभावनाओं का पता लगाने के लिए यह सर्वेक्षण किया था। ब्रिटेन में पीएम उम्मीदवार ऋषि सुनक ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तरह बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने वादा किया है कि घरों के बिजली बिल पर करीब २०० पाउंड की कटौती करेंगे. उनकी इस घोषणा से मतदाताओं का समर्थन बढ़ सकता है।
भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक को शुरुआत से ही प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है। वह इस प्रक्रिया में अब तक हर राउंड की वोटिंग मे में शीर्ष पर रहे हैं , लेकिन एक नए सर्वे के मुताबिक लिज ट्रस से उनका जीत पाना मुश्किल लग रहा है। ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री की दौड़ में ऋषि सुनक और लिज ट्रस के बीच सोमवार को लाइव डिबेट होगी और यही डिबेट इनके भविष्य का फैसला करेगी। इसके बाद पोस्टल बैलेट पर वोटिंग होगी। दोनों ही नेता बोरिस जॉनसन की कैबिनेट के कद्दावर नेता रह चुके हैं और प्रधानमंत्री की रेस में अपनी दावेदारी जोर शोर से पेश कर रहे हैं। भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद ऋषि सुनक को शुरुआत से ही प्रधानमंत्री पद का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है। वह इस प्रक्रिया में अब तक हर राउंड की वोटिंग मे शीर्ष पर रहे हैं , लेकिन लिज़ ट्रस से उनका जीत पाना मुश्किल भी लग रहा है।
यूगव (YouGov) के हालिया सर्वे से इसके संकेत मिले हैं. इस सर्वे में प्रधानमंत्री की दौड़ में लिज़ ट्रस ने ऋषि सुनक पर २८ वोटों की बढ़त बना ली है. अभी ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी की सरकार है. आगामी ५ सितंबर को ब्रिटेन में नए पीएम का ऐलान होगा। ब्रिटेन में कंजर्वेटिव पार्टी के नेता का चुनाव दो चरणों में होता है।पहले चरण में पार्टी के सांसद वोट देते हैं , वोटिंग की प्रक्रिया तब तक चलती रहती है जब तक दो उम्मीदवार न रह जाएं। इस बार ५ चरणों में वोटिंग हुई।इसके बाद दो उम्मीदवार ऋषि सुनक और लिज ट्रस आखिरी रेस में रह गए हैं विशेष बात यह है कि इन ५ चरणों में ऋषि सुनक सांसदों की पहली पसंद रहे।अब यह चरण पूरा हो चुका है , दोनों उम्मीदवार देशभर में रैलियां कर पार्टी के सदस्यों से वोट मांग रहे हैं। ऐसे में विश्व संवाद केंद्र द्वारा किये गए सर्वेक्षण का महत्त्व बहुत बढ़ जाता है।
महज ७५ वर्ष पहले तक अंग्रेजों के अधीन भारत था और अब एक भारतीय मूल के व्यक्ति ऋषि सुनक के वहां का प्रधानमंत्री बनाने की संभावना को लेकर भारतीय बहुत भावुक हैं और उनको लगता है कि समय का बदलता पहिया एक भारतीय मूल के व्यक्ति को इंग्लैण्ड का प्रधानमंत्री बनाएगा। ईस्ट इंडिया कम्पनी को पहले ही एक भारतीय ने खरीदा है , अगर ऋषि वहां का प्रधानमंत्री बनते हैं तो यह सचमुच भारत के लिए गर्व की बात होगी।